कार्यसूची
अनुसंधान एजेन्डा
अनुसंधान के एजेन्डे का निर्णय तथा मार्गदर्शन संस्थान की टेªनिंग, रिसर्च एवं एकेडमिक परिषद् (टी.आर.ए.सी.) द्वारा किया जाता है। इस कमेटी में प्रतिष्ठित् संरक्षणविद्, शिक्षाशास्त्री, वैज्ञानिक संस्थानों एवम् राज्य वन्यजीव संस्थाएं के प्रतिनिधि हैं। टी.आर.ए.सी. कमेटी की गोष्ठी वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है, जिसका उद्देश्य वर्तमान में चल रहे अनुसंधानों का पूर्वावलोकन तथा समीक्षा करना और भविष्य में आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करना है।
मानक तथा प्राथमिकतायें
अनुसंधान का मुख्य कार्यक्षेत्र तथा प्राथमिकतायें निम्नलिखित हैं :
- इकोलोजिकल जैव विज्ञान तथा सामाजिक-आर्थिक मानकों का जो कि इकोसिस्टम्स प्रजातियों से सम्बन्धित है, के अध्ययन हेतु मल्टी-डिसिप्लीनरी लैण्डस्केप एप्रोच का अपनाना।
- अत्यन्त नाजुक इकोसिस्टम्स के अध्ययन को, प्राथमिकता देना।
- अत्यन्त संकटग्रस्त प्रजातियों तथा उनके संकेतकों के अध्ययन को प्राथमिकता देना।
- अनुसंधान तथा प्रबंधन की तकनीकों एवम् प्रणालियों के मानक तय करने सम्बन्धी अध्ययन।
- क्षेत्रीय समुदायों की आवश्यकता तथा उनकी सहभागिता, विशेषकर वे समुदाय जो संरक्षित क्षेत्रों या उनके आस-पास के क्षेत्रों में निवास करते हैं, का अध्ययन करना ताकि मानव-वन्यजीवों में सामंजस्य स्थापित किया जा सके।
- निम्नलिखित विषयों में परामर्श देना:
- विकास परियोजनाओं का वन्यजीवों पर प्रभाव का आंकलन करने सम्बन्धी परामर्श, बन्दी प्रजनन, चिडि़याघर प्रबंधन, वन्यजीवों को पकड़कर उनका स्थानान्तरण करना, वन्यजीवों के स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग करना, पारिविकास, ए.वी. सामग्री का निर्माण, पार्कों में आगुन्तकों के लिये केन्द्र बनाना, इन कार्यों को करने के लिये तकनीकों को स्थापित करने के लिये अध्ययन करना।
Last Updated: November 26, 2013