K. Sivakumar, M. Phil., Ph.D.



के. शिवाकुमार, एम-फिल, पी.एच.डी.
वैज्ञानिक-ई
दूरभाष: 0135-2640111-115; विस्तार 217
ई मेल: ksivakumar@wii.gov.in

मैने अंटार्कटिका तथा दक्षिण समुद्र के पक्षी एवं स्तनपायी के संरक्षण के लिए द्विपक्षीय, तटीय, समुद्री जैवविविधसता का अध्ययन किया है। आई.यू.सी.एन. इनवेसिव सीसीज स्पेशलिस्ट ग्रुप तथा गैलीफाम्र्स स्पेशलिस्ट ग्रुप के एक सदस्य होने के कारण, मैंन इन विषयों पर होने वाले कई शोध कार्यक्रमों में भाग लिया है। मैं वन्यजीव तकनीकों, पक्षी विज्ञान, मत्स्य जीवविज्ञान, तथा संरक्षण जीविविज्ञान में स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को शिक्षण एवं प्रशिक्षण प्रदान करने में कार्यरत् हूँ। मुझे मिले पुरस्कारों में स्नात्कोŸार व एम. फिल. पाठ्यक्रमों में कुशल प्रदर्शन के लिए पांडिचेरी युनिवर्सिटी गोल्ड मैडल्स, यनिटार शोधवृत्ति तथा 1995 में भारत के उत्कर्ष विद्यार्थी आदि शामिल हैं।

विशिष्टता

पक्षी विज्ञान, मत्स्यविज्ञान, व्यवहारिक पारिस्थितिकी; संरक्षण जीवविज्ञान तथा वन्यजीव प्रबंधन।

जारी परियोजनायें

  • समुद्री संरक्षित क्षेत्रों का नेटवर्क तथा भारतीय तटीय व समुद्री पर्यावरण।

  • वन्यजीव व्यापार में संकटग्रस्त तथा संरक्षित समुद्री जीव-जन्तु व वनस्पति।

  • भारतीय समुद्र में सैटेलाइट टेलीमेट्री का प्रयोग करते हुए समुद्री कच्छपों की पारिस्थितिकी।

  • दक्षिणी समुद्र तथा अंटार्कटिका के स्तनपाइयों तथा पक्षियों की दीर्घकालीन मॉनिटरिंग ।

मुख्य प्रकाशन:

  • शिवाकुमार के. 2010। निकोबार मैगापोड मैगापोडियस निकोबारीयेनसिस पर सुनामी का प्रभाव। ओरिक्स 44 (1): 71-78 (पी डी एफ)

  • शिवाकुमार के. 2010 भारत के निकोबार द्वीपों के लांग टेल्ड मैकाक पर सुनामी (दिसम्बर, 2004) का प्रभाव। हिस्ट्रीक्स एल. टी. जे. माम., 21 (1): 35-42 (पी डी एफ)

  • अटकोरे वी. एम, के. शिवाकुमार तथा ए. जे. टी. जानसिंह, 2011 पश्चिमी हिमालय के शिवालिक पर्वतों में रामगंगा नदी की सहायक नदियों में जाते पानी की मछलियों की संरक्षण स्थिति व विविधता की पद्धतियां। करेंट साइन्स। वाल्यूम 100 (5): 731-736 (पी डी एफ)

  • विनय भागर्व, वी. पी. उनियाल तथा के. शिवाकुमार, 2009 भारत के उत्तर-पश्चिम के शिवालिक भूदृश्य में टाइगर बीटल्स का वितरण तथा प्राकृतिक समबद्धता की विभिन्न पद्धतियां। जर्नल ऑफ इन्सेक्ट कंसरवेशन 13ः 459-473 (पी डी एफ)

  • एस हरिकृष्णन, कार्तिकेयन वासुदेवन तथा के. शिवाकुमार, 2010। भारतीय पीफाउल पावो क्रिसटेटस लिन का व्यवहार। 1758 प्राकृतिक आबादी में मैटिंग अवधि के दौरान। दि ओपन आर्निथोलोजी जर्नल 2010, 3, 13-19 (पी डी एफ)

  • शिवाकुमार के., बी. सी. चैधरी तथा एस. आर. बी. दिसानायके, 2010। भारत एवं श्रीलंका का संयुक्त कच्छप संरक्षण कार्यक्रम: श्रीलंका के समुद्री कच्छपों का भारत व मालद्वीप में प्रजनन। वन्यजीव (जर्नल आफ डिर्पाटमेंट आफ वाइल्डलाइफ कंसरवेशन। जून (2010): 18-24 (पी डी एफ)

विस्तृत जीवन वृत्त एवं प्रकाशनों की सूची (पी डी एफ) (PDF)