पुस्तकालय तथा प्रलेखन केन्द्र



इस केन्द्र की स्थापना भा.व.सं. के उद्देश्यों की पूर्ति में सहायता देने के लिये की गई। यह केन्द्र विभिन्न विषयों की सूचना तथा ज्ञान संसाधन का केन्द्र है। यहाँ पर जैव विविधता संरक्षण तथा प्रबंधन से सम्बन्धित सभी प्रकार के ज्ञानवर्धक संसाधन उपलब्ध हैं। पुस्तकालय तथा प्रलेखन केन्द्र में 25,958 पुस्तकें, 20,600 समाचार पत्र की कतरनें, 7,350 मानचित्र जिल्द की गई, 6,225 से अधिक एकत्रित जिल्द की गई पुरानी तथा अमूल्य पुस्तकें हैं यह केन्द्र इन्टरनेट द्वारा भी समबन्धित जरनल्स तथा पुस्तकों का अध्ययन करने की सुविधा भी देता है। 

 

इस केन्द्र के निम्नलिखित उद्देश्य हैं : 

  • जैव विविधता संरक्षण तथा उससे सम्बन्धित क्षेत्र के विषय में विश्वस्तरीय साहित्य उपलब्ध कराना, उसके प्रचार हेतु ज्ञानवर्द्धक पुस्तकों का संग्रह करना।
  • यूजर रिलेशनशिप को प्रोत्साहन देने के लिये विशेष पुस्तकालय सेवायें उपलब्ध कराना, जैसे संदर्भ के लिये पुस्तकें, फोटोग्राफी, प्रालेख आदि।
  • देश, विदेश तथा अन्य सूचना तन्त्रों से सम्बन्ध बनाना, जिससे सूचना का सही तथा स्वतंत्र संचार हो सके।
  • सूचना तंत्र के कार्य में लगे कर्मियों तथा यूजर को प्रशिक्षण देना।

उपरोक्त सेवायें निम्नलिखित के लिये उपलब्ध करानाः

(अ)  भा. व. सं.
(आ) पूरे देश के संरक्षित क्षेत्र,
(इ)  संस्थायें जो प्राकृतिक संरक्षण अनुसंधान कार्य में देश-विदेश में कर रही हैं,
(ई)  विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालय,
(ए)  व्यक्तिगत अनुसंधानकर्ता जो सम्बन्धित विषयों में अनुसंधान कर रहे हैं, तथा गैर-सरकारी संस्थायें।

समय-समय पर पुस्तकालय द्वारा निकाले जा रहे प्रकाशनः

(1) आवधिक पत्रिकाओं की नवीनतम् सूची,
(2) जारी अनुसंधान
(3) अप्रकाशित शोध निबन्ध आदि की सूची तैयार करना,
(4) बिब्लियोग्राफी तैयार करना,
(5) लेखों के सारांश तैयार करना।

सम्पर्कः पुस्तकालयाध्यक्षः ysv@wii.gov.in ई-मेल : library@wii.gov.in