विश्व विरासत दिवस समारोह 2016



Unesco

विश्व धरोहर स्थलों के सौन्दर्य वैभव एवं जैविकीय समृद्धि को स्मरण करने और भावी पीढ़ी के लिये इन क्षेत्रों के संरक्षण की दिशा में मानव जाति की प्रतिबद्धता को दोहराने हेतु हर वर्ष विश्व विरासत दिवस वैश्विक स्तर पर 18 अप्रैल को मनाया जाता है।

भारतीय वन्यजीव संस्थान (भा.व.सं.) में यूनेस्को कैटेगरी 2 सेन्टर ने कई कार्यक्रमों के श्रंखलाबद्ध आयोजन के द्वारा 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस मनाया। भारत वर्ष के दो विश्व धरोहर स्थलों नन्दादेवी राष्ट्रीय पार्क उत्तराखंड और गे्रट हिमालय नेशनल पार्क हिमाचल प्रदेश के समीप स्थित स्कूली छात्रों के साथ मॉडल स्कूल राष्ट्रीय राष्ट्रीय दृष्टिबाधित संस्थान देहरादून के छात्रों ने इस आयोजन में प्रतिभाग किया। व्याख्यान, क्षेत्रभ्रमण, हंसी ठिठोली एवं सां सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यालय के छात्रों में जागरूकता पैदा करने की भावना को समारोह में केन्द्रित किया गया। तीन स्कूलों से कुल 36 विद्यार्थियों ने भा.व.सं. के विश्व विरासत दिवस समारोह में प्रति भाग किये। 

दिन की शुरूआत भारतीय वन्यजीव संस्थान के परिसर में, जो कि विभिन्न प्रजाति के वनस्पतियों एवं वन्यजीवों से युक्त है, विद्यालयी छात्रों के नेचर परिभ्रमण से हुयी। यूनेस्को कैटेगरी 2 के प्रतिनिधियों ने छात्रों को परिसर में भ्रमण कराया एवं वन तथा वन्यजीव के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। इसके बाद स्टाफ के सदस्यों द्वारा भा.व.सं. एवं यूनेस्को कैटेगरी 2 की गतिविधियों पर संक्षिप्त प्रस्तुति दी गयी। तत्पश्चात् वन अनुसंधान संस्थान देहरादून, जो कि एक राष्ट्रीय विरासत है, के भ्रमण पर छात्रों को ले जाया गया । वन अनुसंधान संस्थान के स्टाफ सदस्यों द्वारा संस्थान के कार्यों के विषय में संक्षिप्त जानकारी प्रदान की गयी। छात्र वन अनुसंधान संस्थान के मुख्य भवन में स्थित संग्रहालय का भी भ्रमण किये, जहाँ वे कीटविज्ञान एन. डब्ल्यू. एफ. पी. उत्पाद् एवं वन पैथोलोजी के विषय में संक्षिप्त जानकारी प्राप्त की।

साथी छात्रों और यूनेस्को कैटेगरी 2 केन्द्र के कर्मचारियों के साथ दोस्ताना बात चीत के बाद, भारतीय वन्यजीव पर आधारित ‘दिल्ली सफारी’ नाम की फिल्म छात्रों को दिखाई गयी। फिल्म दिखाने का मुख्य उद्देश्य युवा प्रतिभागियों को वन एवं वन्यजीव के बारे में एवं वे कैसे मनुष्यों के साथ पृथ्वी पर सह अस्तित्व कर सकते हैं, इस विषय में जागरुक करना था।

 

 

इसके बाद छात्रों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्री स्कूल से हाईस्कूल तक के प्रतिभागियों को प्र प्रकृति, वन्यजीव, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थलों से सम्बन्धित उचित विषयों के चार समूहों में वर्गीकृत किया गया था। बाद में शाम को प्रत्येक समूह के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किये गये।

शाम को छात्रों, शोधकर्ताओं, संकाय सदस्यों, कर्मचारियों एवं भा.व.सं. परिवार द्वारा प्रतिपादित सांस्कृतिक कार्यक्रम जिनमें गायन, नृत्य एवं नाटक शामिल थे, समारोह का मुख्य आकर्षण था। समापन समारोह, धरोहर रैम्प वाक जिनमें संस्थान के संकाय सदस्य भारतीय विश्व धरोहर स्थलों के साथ सम्बन्धित संघों का प्रतिनिधित्व करते हुए मौजूद थे। राष्ट्रीय गान के साथ समारोह का समापन हुआ। 

डब्ल्यू.आई.आई. प्रकृति ट्रेल पर छात्र

यूनेस्को कैटेगरी 2 सेन्टर स्टाफ के सदस्यों पर डब्ल्यूआईआई और यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों प्रस्तुति दी

चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेते स्कूली छात्र

एम.एस.सी के छात्र विश्व विरासत दिवस समारोह में प्रस्तूति देते हुए

डब्ल्यू.आई.आई शोधकर्ताओं ने सुंदरवन लैंडस्केप पर नृत्य प्रदर्शन देते हुए

डब्ल्यू.आई.आई शोधकर्ताओं विरासत दिवस समारोह में भाग लेने

डीन, FWS विरासत दिवस समारोह में भाग लेते हुए

निदेशक डब्ल्यू.आई.आई विश्व विरासत दिवस 2016 में भाग लेते हुए
(NIVH) के छात्रों द्वारा प्रदर्शन
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान से छात्र उत्तराखंड की सांस्कृतिक कार्यक्रम

पशु पोशाक में समारोह में भाग लेते हुए बच्चे

चित्रकला प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण समारोह
डब्ल्यू.आई.आई संकाय सदस्य विश्व विरासत दिवस में भाग लेते हुए

चित्रकला प्रतियोगिता के परिणाम   (65 kb)

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